इन चार ड्रिंक से दूर हो सकती है विटामिन बी 12 की कमी

सुबह उठने से लेकर रात को बिस्तर पर जाने तक शरीर कई तरह के काम करता है। बल्कि नींद में भी कई शारीरिक अंग काम में लगे रहते हैं। इन कामों के लिए विटामिन बी12 बहुत आवश्यक है। इसकी कमी से जान और मजबूती चली जाती है और हड्डियों के ढांचे से खड़ा होना भी मुश्किल हो जाता है। इस डेफिशिएंसी के लक्षणों पर पैनी नजर रखें, आइए इससे होने वाले रोग के बारे में जानते हैं।
विटामिन बी12 के रोग: यह विटामिन बी की कमी से कई सारे रोग होते हैं। थकान, पीली स्किन, सिरदर्द, डिप्रेशन के लक्षण, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, दिमाग काम ना करना, जीभ-मुंह में सूजन, हाथ-पैर में चींटी चलना, मसल्स क्रैम्प, कमजोरी होते ही बाजार जाकर विटामिन बी से भरपूर ड्रिंक्स ले आएं।
NCBI (ref.) के मुताबिक, इस कमी को पूरा करने के लिए दूध सबसे बढ़िया ड्रिंक है। अगर आपको कोलेस्ट्रॉल या मोटापे की दिक्कत है तो आप लो फैट मिल्क भी पी सकते हैं। इससे नसें, हड्डियां, दिमाग, मसल्स हर चीज ताकतवर बनती है। यह कैल्शियम और प्रोटीन का भी बढ़िया स्त्रोत है।
संतरे का जूस एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और फाइबर देता है। यह डिहाइड्रेशन से बचाकर कई सारी बीमारियों से सुरक्षा देता है। लेकिन इसे विटामिन बी12 की कमी दूर करने के लिए भी पी सकते हैं, बस आपको बाजार से इस विटामिन बी से फोर्टिफाइड ऑरेंज जूस लाना है।
प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए सोया मिल्क बहुत प्रभावशाली होता है। आप इसे नॉर्मल दूध की जगह पी सकते हैं, लेकिन अगर आप बाजार से फोर्टिफाइड सोया मिल्क ले आएंगे तो इसे पीने से कोबालामिन (विटामिन बी12) भी मिल जाएगा, जिससे दो फायदे एक साथ मिल जाएंगे।
सोया मिल्क की तरह बादाम मिल्क भी फोर्टिफाइड करके बेचा जाता है। यह लैक्टोज इनटॉलरेंस से परेशान लोगों के लिए सही ऑप्शन है, क्योंकि इसे पीने से लैक्टोज असंवेदनशीलता से होने वाली ब्लोटिंग, खुजली, दस्त जैसी दिक्कतें नहीं होती।
हाई विटामिन B12 फूड्स जैसे अंडा,न्यूट्रिशनल यीस्ट, सैल्मन मछली, पनीर और कलेजी भी खाया जा सकता है। (साभार नभाटा)