पहलगाम में आतंकियों का पर्यटकों पर हमला, 27 मरे

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया, जिसमें 27 लोग मारे गए। अनंतनाग के एक अस्पताल में घायलों को भर्ती किया गया, जिनमें से कुछ को गोली लगी थी। एक व्यक्ति की गर्दन में चोट थी। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर इसे नरसंहार बताया। यह हाल के वर्षों में पर्यटकों पर सबसे भीषण आतंकी हमला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जघन्य कृत्य की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमलावरों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से पहलगाम 90 किलोमीटर दूर है, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। पिछले साल 2024 में 35 लाख पर्यटक कश्मीर आए, जिनमें ज्यादातर भारतीय थे। हाल के वर्षों में भारत सरकार ने इसे स्कीइंग और गर्मियों की छुट्टियों के लिए बढ़ावा दिया है। 2023 में श्रीनगर में जी20 पर्यटन बैठक हुई, जिसे शांति और सामान्य स्थिति की वापसी का प्रतीक बताया गया। भारत अक्सर पाकिस्तान पर विद्रोहियों को समर्थन देने का आरोप लगाता रहा है, जिसे इस्लामाबाद खारिज करता है। हाल के वर्षों का सबसे घातक हमला 2019 में पुलवामा में हुआ था, जिसमें 40 पुलिसकर्मी मारे गए थे।
हालात का जायजा लेने गए गृहमंत्री शाह
इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए मंगलवार को श्रीनगर रवाना हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह से बात की और उन्हें केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने को कहा। इसके तुरंत बाद वह जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, गुप्तचर ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और कुछ वरिष्ठ अधिकारी गृह मंत्री के साथ हैं। श्रीनगर में शाह सभी एजेंसियों के साथ तत्काल एक सुरक्षा समीक्षा बैठक करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं। हमला अपराह्न करीब तीन बजे हुआ। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उसी तरह की व्यापक सामाजिक सहमति बनाने के लिए काम करने की जरूरत है जो अतीत में हुआ करती थी। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है।