सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी पर बना अस्थाई पुल टूटा
सेना ने केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे यात्रियों को निकालने को बनाया था यह पुल

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश ने तांड़व मचा रखा है।रुद्रप्रयाग के केदारघाटी में तेज बारिश से मंदाकनी नदी का जलस्तर बढ़ गया। सोनप्रयाग में मन्दाकिनी नदी पर बना अस्थायी पुल टूट गया। इसे आर्मी ने केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग में फंसे यात्रियों को निकालने के लिये बनाया था। बारिश के प्रकोप से सड़कें भी नहीं बच पाई हैं। बदरीनाथ हाई वे गौचर कमेडा के पास बंद हो गया, तो वहीं गंगोत्री हाईवे भी बंद हुआ।
बीते दिनों केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली से सोनप्रयाग तक तबाही का मंजर है। बादल फटने के बाद मंदाकनी नदी के रौद्र रूप के सामने जो आया बह गया। सरकार ने रेस्क्यू अभियान तो पूरा कर दिया है, लेकिन अब वासआउट हुए सड़क और रास्तों का निर्माण सबसे बड़ी चुनौती है। लगभग 29 स्थानों पर भू-स्खलन की चपेट में आने से पैदल और सड़क मार्ग कट गया है। अब सोनप्रयाग से सबसे पहले सड़क का निर्माण शुरू कर दिया गया है, जिससे कि सड़क सुचारू होने के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं भी दुरुस्त हो सकें।
उत्तरकाशी में उफान में बहती गंगा नदी हाईवे को भी बड़ा नुकसान पहुंचा रही है। कई जगह हाईवे पर खतरा बना हुआ है। गंगोत्री हाईवे पर डबरानी के पास कटाव की स्थिति बनी हुई है, जिससे हाईवे पर भूधसाव का खतरा मंडरा रहा है। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे नेताला और बिशनपुर के पास मलबा पत्थर आने से बन्द हो गया। मार्ग बन्द होने से हाईवे के दोनों तरफ यात्री और स्थानीय लोग सुबह से फंसे हुए हैं। बिशनपुर के पास बड़े-बड़े बोल्डर आने से हाईवे को खोलने में समय लग रहा है।
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सोनप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे को खोलने का काम शुरू
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड के बीच क्षतिग्रस्त हुए डेढ़ मीटर राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने के लिए पोकलैंड मशीन के जरिए कार्य शुरू कर दिया गया है। सोनप्रयाग पुल के पास क्षतिग्रस्त सड़क का पुश्ता निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिंक्वाण ने अवगत कराया कि केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है तथा लगभग 15 स्थान ऐसे हैं जहां पैदल सड़क मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। झिंक्वाण ने कहा कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त करने के लिए श्रमिकों द्वारा विषम परिस्थितियों में मरम्मत एवं निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम से छोटी लिनचोली तक क्षतिग्रस्त पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही हेतु सुचारू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों द्वारा क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को खोलने के लिए कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है, किन्तु खराब मौसम के कारण श्रमिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत कार्य निरंतर नहीं हो पा रहा है।