केदारनाथ पैदल मार्ग से तीन और शव बरामद
31 जुलाई को बादल फटने की वजह से इन तीनों की मौत हुई होगी। मृतकों की संख्या छह पहुंच चुकी है

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा मार्ग के लिंचोली में मलबे के नीचे तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं। आशंका ये जताई जा रही है कि 31 जुलाई को बादल फटने की वजह से इन तीनों की मौत हुई होगी। मृतकों की संख्या छह पहुंच चुकी है।
गुरुवार को कुछ मजदूर अपना काम कर रहे थे कि तभी उन्हें तीन शव मिले, जिसके बाद एसआई प्रेम सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बोल्डरों के नीचे दबे शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान सुमित शुक्ला, कृष्ण पटेल और लाल बहादुर पटेल के रूप में की गयी है। सुमित शुक्ला (21) गाजियाबाद का निवासी था, जबकि दो अन्य के बारे में यह पता नहीं चल पाया कि वे कहां के रहने वाले थे।
उल्लेखनीय है कि 31 जुलाई को बादल फटने के बाद केदारनाथ पैदल मार्ग 13 स्थानों पर बुरी तरह ध्वस्त हुआ था। इसकी वजह से अभी भी रास्ता खोलने में समय लग रहा है, लेकिन इससे यात्रा में ज्यादा असर नहीं हुआ है, हवाई मार्ग से यात्रा सुचारू है।अतिवृष्टि की वजह से भीमबली और लिनचोली के बीच क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को ठीक करने का काम शुरू किया गया है। साथ ही लापता यात्रियों की भी तलाश की जा रही है। गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच पैदल मार्ग सबसे अधिक क्षति हुई है। जंगलों में सबसे ज्यादा मार्ग भीमबली में ध्वस्त हुए थे, जबकि दस स्थानों पर रास्ते पूरी तरह से टूट गया था। जंगल क्षेत्र में 50 मीटर का रास्ता वॉशआउट हो गया था।