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चकराता में समेत पहाड़ के कई क्षेत्र बर्फ से लकदक, पर्यटकों में उत्साह

देहरादून: विकासनगर के चकराता में बारिश और बर्फबारी देर रात से ही जारी है। सीजन की दूसरी बर्फबारी को लेकर जहां एक ओर सैलानियों और किसानों के चेहरों पर खुशी है तो वहीं कई लोगों को बर्फबारी के चलते समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।लंबे समय से लोगों को बर्फबारी का इंतजार था। लेकिन लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। यहां तक कि बर्फबारी का लुफ्त उठाने पहुंच रहे सैलानियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

अलग-अलग राज्यों से पहुंचे पर्यटकों को गाड़ी चलाने में मुश्किल हो रही है। लेकिन सभी मुश्किलों को पार करते हुए फिर भी सैलानी बर्फबारी का लुफ्त उठाने के लिए चकराता पहुंच रहे हैं।

पहाड़ी राज्य में करीब ढाई महीने बाद बर्फबारी का आंनद देखने को मिला।, वही राज्य के पर्यटक स्थलो लोग व दुकानदारो सहित पर्यटको के चेहरे खिल उठे है। वहीे इस पर्वतीय क्षेत्रो की उंची चोटियो पर बर्फीली वादियों में दिखा जन्नत का नजारा। लोग खूब लुफ्त के साथ सैल्फी ले रहे है। वही दुसरी ओर चारधाम हेमकुंड साहिब औली समेत हिमालय की चोटियों पर देर सही लेकिन यह जोरदार बर्फबारी हुई। कई जगहो पर भारी बर्फबारी से कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध हैं।  कई राज्यों से  एवं विदेशी सैलानी बड़ी संख्या में पर्वतीय क्षेत्रो में पहुंच रहे है। जिसमें जगह जगह घण्टो जाम में फंसे लोग बर्फबारी का मजा लेने के इंताजर में खड़े है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार मसूरी में पहली बर्फबारी /ओले पड़ने से ठंड में बढ़ोतरी हो गई है।  पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक उंचाई वाले स्थानो पर तीन दिन में दूसरी बार बर्फबारी हाेने से लोग खुश हैं वहीं फिर से बारिश होने से किसानों के चेहरे भी खिले हुये हैं। यह बर्फवारी सेब की पौंधों के लिए अमृत समान मानी जा रही है।  वही जिसमें  मैदानी  क्षेत्रों में वर्षा और ओलावृष्टि हुई।  मैदानी  बर्फबारी व वर्षा के बाद समूचा प्रदेश शीत की चपेट में आ गया। अधिकतर क्षेत्रों में तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है।वही मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश से सूखी ठंड से राहत मिली है।

मौसम विभाग की माने तो 4 और 5 फरवरी को बारिश और बर्फबारी होगी। उसके बाद मौसम शुष्क रहेगा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश के कारण मैदानी क्षेत्रों में कोहरे से राहत मिलेगी। प्राप्त जानकारी में इस वर्ष 2024 में पहली बर्फबारी से नयनापीक की चोटी की तरफ जाने वाला रास्ता भी पूरी तरीके से बर्फ की चादर से ढक चुका है। वही इस बार सर्दी के मौसम की पहली बर्फबारी से कुमांऊ नैनीताल, जोशीमठ, बदरीनाथ केदारनाथ धाम एवं प्रदेश की राजधानी के चकराता, मसूरी एवं धनलोंटी, टिहरी, पोड़ी में बफबारी व बारिश से कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

वही इसी के साथ प्रदेश में बर्फबारी का मजा लेने पर्यटक उमड़ रहे है।  देहरादून का अधिकतम तापमान 1 डिग्री गिरावट के साथ 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।  इस दौरान मौसम विभाग द्वारा बारिश और बर्फबारी पर्वतीय जिलो में होने से 1 फरवरी 2024 की सुबह नौनापीक में लगभग 1 से 1.5 इंच तक बर्फ पड़ी है। जिस दिन बारिश और बर्फबारी होगी उसी दिन तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

साथ ही  मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिमी हवाओं की गतिविधि तेज रही तो ठंड का एहसास होगा। इसी के साथ ही  चकराता, मसूरी एवं धनलोंटी, टिहरी, पोड़ी में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं-कहीं भारी बर्फबारी का अलर्ट है।  इस बर्फबारी से नयनापिक में स्थित सुंदर देवदार का जंगल भी पूरी तरह से बर्फ से ढक चुका है। प्रदेश में  खूबसूरत देवदार के पेड़ पूरी तरह से बर्फ से ढके हुए बेहद सुंदर नजर आ रहे हैं। ठंडी हवाएं चलने और बूंदाबांदी के चलते तापमान अचानक गिर गया जिससे उंचाई वाले क्षेत्रों में फिर से हिमपात शुरू हो गया।

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