कांग्रेस ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा व बेरोजगारी पर भाजपा को घेरा
भाजपा तीन साल की उपलब्धियां गिनाने के साथ इन सवालों का भी जवाब दे: सूर्यकांत धस्माना

देहरादून: धामी सरकार के तीन साल पूरे होने का जगह मनाने की तैयारी कर रही भारतीय जनता पार्टी को जश्न शुरू होने से पहले ही प्रदेश कांग्रेस ने घेरना शुरू कर दिया है। आज अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने उत्तराखंड भाजपा से कहा है कि वे बेशक कल से धामी सरकार के दूसरे कार्यकाल का जश्न मनाएं किन्तु अपनी उपलब्धियां गिनवाते हुए राज्य की जनता को यह भी जवाब दें कि पिछले तीन वर्षों में उत्तराखंड राज्य महिलाओं के खिलाफ हिंसा और यौन उत्पीड़न में देश के पर्वतीय राज्यों में सबसे ऊपर के पायदान में कैसे आ गया। श्री धस्माना ने कहा कि अंकिता भंडारी से लेकर सल्ट,काशीपुर,हरिद्वार के सन्त शाह , चंपावत व अब रुद्रपुर में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ विभिन्न मामलों में भाजपा के दायित्वधारियों व पार्टी के पदाधिकारी आरोपी हैं इस पर पार्टी का क्या कहना है?
उन्होंने कहा कि धामी सरकार ले युवाओं को रोजगार देने के लाख दावों के बाद भी आज प्रदेश के बेरोजगार धामी सरकार से यह पूछ रहे हैं कि प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में बेरोजगारी अपने चरम पर कैसे पहुंच गई? श्री धस्माना ने कहा कि आपदा प्रबंधन कामले में चाहे वनाग्नि का मामला हो चाहे चार धाम यात्रा रूट की दुर्दशा या फिर केदारनाथ रूट पर आपदा या जोशीमठ का भू धंसाव हर मामले में राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग फिसड्डी क्यों साबित होता रहा।
धस्माना ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का इतना बुरा हाल की प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद में जिला अस्पताल में बस दुर्घटना में घायलों का इलाज लाइट न होने के कारण टॉर्च से करना पड़ा इससे दयनीय स्थिति क्या हो सकती है। धस्माना ने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा के छेत्र में पिछले छह वर्षों से अशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती बंद हैं और राज्य के नामी सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालय जिनमें डीएवी,डीबीएस,एमकेपी महाविद्यालय प्रमुख हैं इनमें अनेक विभाग बंद होने की कगार पर हैं। धस्माना ने कहा कि इसके अलावा भी उपनल कर्मचारियों से लेकर, स्मार्ट मीटर व आबकारी तथा खनन में चल रहे घोटाले बहुत से मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस चाहती है कि धामी सरकार व भाजपा दोनों जवाब दें।