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लू के थपेड़ों से हाल-बेहाल, गर्मी का 20 साल का रिकॉर्ड टूटा

पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के आसार, केरल में पांच-छह दिन में पहुंच सकता है मानसून

देहरादून: मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादलों के बीच हल्की वर्षा की संभावना जताई है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप जारी रह सकता है। वहीं मैदानी क्षेत्रों में दिन में चटख धूप के बीच लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में सुबह-शाम मौसम सुहावना है। मैदानी क्षेत्रों में लू के थपेड़ों को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में गर्मी चरम पर है। पारा फिर से 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दिन में चटख धूप के बीच लू के थपेड़े बेहाल कर रहे हैं। दून में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक है।

 

गर्मी ने तोड़ा 20 साल का रिकॉर्ड—

बीते रविवार को नौतपा काल (ज्येष्ठ नक्षत्र में सबसे गर्म नौ दिन) में हल्द्वानी का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार करीब 20 साल पहले मई में 41.8 डिग्री तापमान सर्वाधिक रहा है। पंतनगर कृषि विवि के मौसम जानकार डॉ. आरके सिंह ने बताया कि मई माह में इतना तापमान कभी नहीं रहा। तकरीबन 20 साल पहले मई में 41.8 डिग्री सर्वाधिक रहा था। बताया कि सबसे ज्यादा गर्मी जेठ माह में नौतपा के समय ही रहती है। अन्य महीनों में तापमान इतना ज्यादा नहीं पहुंचता है। नौतपा काल 25 मई से शुरू हो चुका है और दो जून तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक पहुंच जाता है, जिससे धरती का तापमान बढ़ने लगता है। हालांकि पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश रहेगी, लेकिन मैदानी इलाकों में तपिश बनी रहेगी।

 

पहाड़ों में बारिश के आसार

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, सोमवार को कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा और निचले इलाकों में झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना है। गढ़वाल में चारधाम समेत आसपास के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा के आसार हैं। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। देहरादून समेत अन्य मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क बना रहने और पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने की आंशका है। मैदानी क्षेत्रों में लू के थपेड़ों को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

केरल में पांच-छह दिन में पहुंच सकता है मानसून

नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को घोषणा की कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने निर्धारित ट्रैक पर है और अगले पांच दिनों में केरल तट पर दस्तक दे सकता है। आईएमडी के पहले बुलेटिन में यह भविष्यवाणी की गई थी कि केरल में मानसून की शुरुआत 31 मई को होगी।

आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने एक वर्चुअल सम्मेलन में बताया कि पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्षा 4ः की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत का 106ः होने की संभावना है। इसका मतलब है कि इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है।

 

 

 

 

 

26 मई का 2011 से तापमान ( डिग्री सेल्सियस में)

वर्ष – तापमान

2011 – 37

2012- 36.5

2013- 36.8

2014- 38

2015- 32.5

2016- 38.2

2017- 38.5

2018- 38.5

2019- 38.5

2020 – 38.5

2021 – 16.6

2022 – 39

2023 – 33

2024 – 42.2

 

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