
हल्द्वानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को हल्द्वानी में इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित ‘उत्तराकॉन-2024’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के कहा कि इस सम्मेलन से चिकित्सा क्षेत्र में नए-नए अनुसंधान देवभूमि को प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि परिणाम हमारे हाथों में नहीं होता है, प्रयास हमारे हाथों में होता है, इसलिए प्रयास ईमानदारी से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है, भगवान ने डॉक्टरों को यह सुनहरा अवसर दिया है कि किसी की भी जिंदगी बचा सकते हैं, स्वास्थ्य सुधार सकते हैं। इस अवसर का डॉक्टरों द्वारा सही से उपयोग किया जाए तो जीवन में निश्चित ही सफलता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष्मान योजना, प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज, एम्स के नए केंद्रों की स्थापना समेत कई अभूतपूर्व काम हो रहे हैं। कोविड-19 में स्वदेशी वैक्सीन बनाकर 100 देशों को आपूर्ति कर दुनिया का भारत के प्रति विश्वास मजबूत किया है। एक ओर जहाँ आयुष्मान भारत योजना ने गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई है तो वहीं दूसरी ओर देशभर में नए मेडिकल कॉलेजों और एम्स की स्थापना ने चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
हमारी डबल इंजन सरकार भी उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता के कारण आज उत्तराखंड ‘मॉडल हेल्थ स्टेट’ बनने की ओर अग्रसर है।