राष्ट्रीय कवि संगम की काव्य गोष्ठी में बिखरे विविध रंग

देहरादून: राजधानी देहरादून में शनिवार को राष्ट्रीय कवि संगम की महिला और पुरुष इकाई की मासिक काव्य गोष्ठी में कवियों और कवयित्रियों ने जहां अपनी रचनाओं से बसंत ऋतु की महिमा का बखान किया, वहीं प्यार-मुहब्बत के अलावा सामाजिक विसंगतियों पर भी तंज कसा। संचालन सतेंद्र शर्मा तरंग ने किया।
ग्वालियर के कवि महेंद्र भट्ट के सम्मान में सहस्त्रधारा रोड स्थित वेलवेट डेंटल क्लीनिक में आयोजित इस काव्य गोष्ठी की शुरुआत सत्यप्रकाश शर्मा ‘सत्य’ ने माँ शारदा की वन्दना से की। इसके बाद काव्य पाठ का सिलसिला शुरू हुआ।
काव्य गोष्ठी में प्रसिद्ध शायरा मीरा नवेली, महिमा श्री, क्षमा कौशिक, अंशु जैन, झरना माथुर, कविता बिष्ट ‘नेह’, डाॅ. सीमा गुप्ता, सन्तोषी दीक्षित, पायल अवस्थी, श्रीकांत शर्मा ‘श्री’, जसवीर सिंह ‘हलधर’, डाॅ. शैलेन्द्र कौशिक, डाॅ. राकेश बलूनी, रमेश चन्द्रा, नीरज नैथानी, शिवशंकर कुशवाहा और नरेन्द्र दीक्षित ने अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी।