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बच्चों ने “मोबाइल टनाटन” का किया मंचन

हल्द्वानी में बाल लेखन कार्यशाला का चौथा दिन

हल्द्वानी: बाल प्रहरी पत्रिका (अल्मोड़ा), हल्द्वानी किताब कौतिक आयोजन समिति, भारत ज्ञान विज्ञान समिति (नैनीताल) और बाल साहित्य संस्थान (अल्मोड़ा) द्वारा एचएन इंटर कॉलेज में चल रही बाल लेखन की कार्यशाला के चौथे दिन बुधवार को बच्चों ने कई तरह की रचनात्मक गतिविधियॉ की। कार्यशाला के चौथे दिन का उद्घाटन तीलू रौतेली सम्मान से सम्मानित शिक्षिका मंजू पान्डे “उदिता”, लोकेष्णा मिश्रा व प्रमिला शर्मा ने संयुक्त तौर पर किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में बच्चों से कहा कि रचनात्मक रहना जीवन को हमेशा एक नई राह दिखाता है। इससे विचार के तौर पर भी हमारा जीवन हमेशा सकारात्मक रहता है और बुरे विचारों से दूर रहता है।


रंगमंच के प्रशिक्षण को दौरान बच्चों ने “मोबाइल टनाटन” का भी फिर से मंचन किया‌. इस नाटक में मुख्यतौर पर हर्षिता रौतेला “बुलबुल”, कनिका, मधुरांश, दिव्या, राशि, कृष्णा, मोहम्मद, मोहित, सृष्टि, फजल, बबिता, रिंकी ने विभिन्न पात्रों का जीवन्त अभिनय किया। इस नाटक का लेखन और निर्देशन बच्चों ने स्वयं किया. नाटक में मोबाइल के दिनों बढ़ते उपयोग और उसकी गिरफ्त में आती जिंदगी पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को दिखाया गया है और बताया गया कि किस तरह से मोबाइल के कारण आदमी के परिवारिक, सामाजिक व सांस्कृतिक जीवन उसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है. जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को अपनी चपेट में ले रहा है.


बच्चों के एक ग्रुप ने कवि सम्मेलन भी किया. जिसमें कवि सम्मेलन का संचालन डोली बोहरा व रुची ने किया और तन्मय, नंदन, कृति, डोली सक्सेना, सूरज, जय माहेश्वरी, अंजना, ज्याति ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया.
नैनीताल समाचार के सम्पादक राजीव लोचन साह ने भी बुधवार को कार्यशाला में बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं आज के दौर में बच्चों के लिए बेहद आवश्यक हैं। ये कार्यशालाएं बच्चों के अन्दर कई तरह की नई सम्भावनाओं को जन्म देती हैं।


कार्यशाला के मुख्य आयोजक व बाल प्रहरी पत्रिका के सम्पादक उदय किरौला ने बच्चों की सभी गतिविधियों में सूत्रधार की भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों को अखबार के एक पेज के माध्यम से उसे बिना काटे नौ प्रकार की टोपियॉ बनाना और रेखागणित की कई ज्यामीतिय आकृतियां बनाना सिखाया. वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन रौतेला, उमेश तिवारी “विश्वास”, अनुपम जोशी, प्रसून जोशी, सरिता जोशी, विनीता यशस्वी, हेम पन्त, दयाल पान्डे, प्रमिला शर्मा, डॉ. विजया ढौंडियाल, हरिहरन लोहमी , बीना जोशी आदि लोग मौजूद रहे।

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