नाबीना बच्चों की आंखों में जलाए उम्मीदों के दीप
राष्ट्रीय कवि संगम देहरादून एवं राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त जी की जयंती के उपलक्ष्य में किया कार्यक्रम

देहरादून: राष्ट्रीय कवि संगम देहरादून एवं राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त की जयंती के उपलक्ष्य में दृष्टि दिव्यांग विद्यार्थियों के मध्य काव्य पाठ प्रतियोगिता आयोजित कर नाबीना बच्चों की आंखों में उम्मीदों के दीप जलाए। प्रतियोगिता में देश कुमार प्रथम, आयुष सोनी द्वितीय तथा अंशुल तृतीय जबकि कृष पाण्डेय चौथे स्थान पर रहे। इस मौके पर राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल के सम्मान में अमृत महोत्सव के कार्यक्रम की शृंखला में कवि सम्मेलन” का भी आयोजन किया गया।काव्य पाठ प्रतियोगिता में विद्यालय के कक्षा एक से कक्षा 12 तक के 30 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक इंजीनियर मनीष वर्मा ने राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त जी के काव्य संसार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुप्त जी की रचनाओं ने देशवासियों के हृदय में देश प्रेम की अलख जगाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।राष्ट्रीय कवि संगम के संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण दत्त शर्मा जी ‘कृष्ण’ ने सभी प्रतिभागियों के काव्य पाठ को उत्कृष्ट बताते हुए अपना आशीर्वाद दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में ओज के प्रसिद्ध कवि एवं राष्ट्रीय कवि संगम के क्षेत्रीय महामंत्री श्रीकांत शर्मा ‘श्री ने दृष्टि दिव्यांग बच्चों की काव्य सर्जनात्मक की सराहना करते हुए राष्ट्रीय कवि संगम के मूल मन्त्र “राष्ट्र जागरण धर्म हमारा” के ध्येय को वर्णित करते हुए “दस्तक नयी पीढ़ी” कार्यक्रम में विद्यालय के दो दिव्यांग बाल कवियों को आमन्त्रित करने का आश्वासन दिया, जिससे विद्यार्थियों में हर्ष की लहर दौड़ गयी।
इससे पहले, संस्थान में कार्यरत अनुदेशक एवं राष्ट्रीय कवि संगम की महानगर देहरादून इकाई के सचिव सत्येन्द्र शर्मा ‘तरंग’ ने बताया कि वर्ष 2023 में राष्ट्रीय कवि संगम ने आदर्श विद्यालय के दो दृष्टि दिव्यांग बाल कवियों को दस्तक नयी पीढ़ी कार्यक्रम में काव्य-पाठ हेतु सुअवसर प्रदान किया था, जिसकी भूरि-भूरि सराहना हुई। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में राष्ट्रीय कवि संगम के सलाहकार ख्यातिलब्ध शायर अंबर खरबंदा, राष्ट्रीय कवि संगम की क्षेत्रीय महामन्त्री कवयित्री महिमा ‘श्री’ एवं प्रान्तीय महामन्त्री कवयित्री मणि अग्रवाल ‘मणिका’ जी ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया। निर्णायक मंडल के तीनों सदस्यों ने प्रतिभाशाली बाल कवियों की प्रतिभा को सराहते हुए कहा कि प्रतियोगिता में निर्णय देना हमारे लिए परीक्षा के समान था, क्योंकि सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुति तुलनात्मक दृष्टि से उत्कृष्ट से उत्कृष्ट रही। कार्यक्रम अध्यक्ष अमित कुमार शर्मा, प्रधानाचार्य आदर्श विद्यालय ने दृष्टि दिव्यांग बाल कवि/विद्यार्थियों की रचनात्मक गतिविधियों के विषय में बताते हुए इन बाल कवियों को मुख्य धारा में लाने के लिए राष्ट्रीय कवि संगम के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कवि संगम के प्रमुख पदाधिकारी जसबीर सिंह ‘हलधर’ पवन शर्मा शोभा पाराशर, अर्चना झा ‘सरित’, संजय प्रधान, नरेन्द्र दीक्षित, हरीश रवि, पवन कुमार सूरज आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का सफल संचालन सत्येंद्र शर्मा ‘तरंग’ ने किया। संयोजन धर्मेन्द्र सिंह राठौर एवं नरेश सिंह नयाल तथा हरीश पंवार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।