उत्तराखंडसाहित्य

विश्व हिंदी दिवस पर दर्द गढ़वाली ने भी किया काव्य पाठ

साहित्यिक संस्था बुलंदी की ओर से आयोजित यह कवि सम्मेलन वर्ल्ड रिकॉर्ड में किया जाएगा दर्ज

देहरादून: विश्व हिंदी दिवस पर बाजपुर (उत्तराखंड) की साहित्यिक संस्था बुलंदी की ओर से आयोजित सबसे बड़े वर्चुअल कवि सम्मेलन में गुरुवार सुबह के सत्र में लक्ष्मी प्रसाद बडोनी ‘दर्द गढ़वाली’ ने भी हिस्सा लिया। दर्द गढ़वाली ने तीन ग़ज़लें पढ़ी, जिन्हें श्रोताओं ने खूब सराहा। 10 जनवरी से शुरू हुआ यह कवि सम्मेलन 16 जनवरी तक अनवरत चलेगा।

हिंदी की इस वैश्विक यात्रा को दर्शाते इस कवि सम्मेलन को हॉवर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन द्वारा विश्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। कवि सम्मेलन के आयोजक और संस्था के संस्थापक अंतरराष्ट्रीय कवि बादल बाजपुरी एवं संरक्षक अंतरराष्ट्रीय कवि पंकज प्रकाश ने बताया कि बुलंदी संस्था वर्ष 2021 और 2022 में 207 घंटे और 400 घंटे अनवरत वर्चुअल कवि सम्मेलन आयोजित करवाकर दो बार विश्व वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी है जिससे इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया ।

बुलंदी संस्था उत्तराखंड के बाजपुर से संचालित होती हैं, जिसका उद्देश्य नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करना है और इसके लिए संस्था निस्वार्थ भाव से कार्य कर रही हैं। बहुत ही कम समय में बड़े -बड़े आयोजन आयोजित करवा कर बुलंदी संस्था ने अपने नाम को सार्थक कर दिया है संस्था का यह तीसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड साहित्य जगत की सुर्खियों में बना हुआ है l

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