
देहरादून: बुधवार को देहरादून में हुई झमाझम बारिश ने मानसून से निपटने की सरकारी तैयारियों की पोल खोल दी। बारिश से पूरा शहर जहां लबालब हो गया, वहीं बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर फुंक गए तो कहीं नाले छोटे पड़ गए। शहर में पुरानी चुंगी पर हाईवे तालाब बन गया। मार्ग, खेत और कई स्कूल लबालब हो गए। भारी बारिश के बीच जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कई उड़ानें लैंड नहीं हो पाईं। कई विमानों ने काफी देर तक आसमान में ही चक्कर काटा।
बुधवार सुबह 10 बजे से बारिश के आसार लग रहे थे। दोपहर एक बजे से हल्की बूंदाबांदी होने लगी। एक घंटे बाद ही झमाझम बारिश शुरू हो गई। करीब दो घंटे में जौलीग्रांट क्षेत्र में 115.2 एमएम और ऋषिकेश में 43 एमएम बारिश दर्ज हुई। बारिश के साथ ट्रंचिंग ग्राउंड से गंदा पानी हाईवे पर गिरता रहा। यहां वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। देहरादून रोड पर बरसाती पानी नाली के बजाय सड़क पर बहता रहा। व्यापारसभा के आगे सड़क तालाब जैसी बन गई थी। यही हाल आईएसबीटी में था। चंद्रेश्वरनगर, सब्जी मंडी, चंद्रभागा पुल तिराहा, श्यामपुर फाटक आदि स्थानों पर जलभराव हो गया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ऋषिकेश परिसर बारिश के पानी से लबालब हो गया।
देहरादून शहर में हुई बारिश से सुसवा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। सुसवा पुल के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। विभागीय स्तर पर पुल की निगरानी भी की जा रही है। जलस्तर बढ़ने से आसपास के क्षेत्रों के लोग सहम गए हैं।डोईवाला की सौंग, सुसवा और जाखन नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। मंगलवार को हुई बारिश से सुसवा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बता दें कि सुसवा नदी पर कुड़कावाला बुल्लावाला की आवाजाही के लिए पुल बना है। बीते साल बारिश से सुसवा पुल के नीचे बने सीसी ब्लाक कई बार बह गए थे वहीं, पुल का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया था। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि सुसवा पुल की सुरक्षा के लिए सभी काम करा लिए गए हैं। देर शाम तक सुसवा नदी का जलस्तर काफी रहा।