
देहरादून: द हैरिटेज स्कूल के तत्वावधान में द्वितीय वार्षिक अंतरविद्यालयी विज्ञान प्रतियोगिता में विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए प्रदर्शित किये गये मॉडलों से सभी को आश्चर्य चकित कर दिया और सभी ने इन मॉडलों के माध्यम से लोहा भी मनवाया। इस दौरान सर्वाधिक अंक हासिल करते हुए मेजबान द हैरिटेज स्कूल ने बाजी मारते हुए पहला स्थान अर्जित किया जबकि सेंट जोजफ्स एकेडमी ने दूसरा स्थान हासिल किया।
न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के सभागार में द्वितीय वार्षिक अंतरविद्यालयी विज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई और इस दौरान द हैरिटेज स्कूल नॉर्थ कैम्पस की प्रधानाचार्य दीपाली मेहता मुख्य अतिथि रही। इस अवसर पर राजधानी के चौदह स्कूलों के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग करते हुए विभिन्न विषयों पर आधारित अपने अपने मॉडल प्रस्तुत कर उनके बारे में निर्णायकों को विस्तार से जानकारियां प्रदान की गई और लगातार विज्ञान की बारीकियों को भी बताते रहे। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने विज्ञान की नई तकनीकियों को भी साझा किया।
इस अवसर पर प्रतियोगिता में छह विषय निर्धारित किये गये और जिसमें गार्जियन आर्मर, रडार यूजिंग डिफरेंट मोड ऑफ कम्युनिकेशन, प्लास्टिक एस ए फ्यूल, सिवेग ट्रीटमेंट प्लांट, थ्री डी गेम, वैब एप्प शामिल किये गये और इन विषयों के आधार पर प्रतियोगिता में दो दो मॉडल प्रदर्शित किये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दीपाली मेहता ने कहा है कि हम कठिन मार्ग पर चलकर नेता बन सकते है ओर छात्रों से शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता विकसित करने और अपने प्रयासों में निरंतर बने रहने का आग्रह किया और उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम ने भी इस विद्यालय में आये थे और उनसे भी प्रेरणा लेने की जरूरत है।
इस दौरान निर्णायक डाक्टर विपिन श्रीवास्तव ने आज की इस प्रतियोगिता के निर्णय की भूमिका को बहुत कठिन बताते हुए कहा कि क्योंकि सभी छात्र छात्राओं ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किये। इस अवसर पर गुरूनानक एकेडमी के जीव विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाक्टर विपिन श्रीवास्तव एवं द ब्राइटलैंडस स्कूल के वरिष्ठ रसायन विज्ञान शिक्षक दिनेश पचौरी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।