धूप सी गर्माहट देती हैं सविता की कविताएं
सविता वर्मा 'ग़ज़ल' के काव्य संग्रह "एक टुकड़ा धूप" का हुआ विमोचन

मुजफ्फरनगर : टाऊन हाॅल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में जनपद की वरिष्ठ साहित्यकार, कथाकार व कवयित्री डॉ. सविता वर्मां ‘ग़ज़ल’ की पुस्तक “एक टुकड़ा धूप” का विमोचन हुआ।
उल्लेखनीय है कि डाॅ. सविता वर्मां ‘ग़ज़ल’ द्वारा रचित यह चौथी पुस्तक है। सविता वर्मा का बचपन से ही साहित्य के प्रति का रुझान रहा है और पिछले पैंतीस सालों से वे निरंतर साहित्य सेवा में लगी हुई है।आकाशवाणी पर भी सविता वर्मां ‘ग़ज़ल’ की कविताएं, वार्ताएं और वर्तमान में कहानियां प्रसारित हो रही हैं।
पुस्तक का लोकार्पण चिकित्सक एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. बृजेश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता, वरिष्ठ साहित्यकार यशपाल सिंह के मुख्य आतिथ्य में मुख्य वक्ता विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपकुलपति डॉ. श्रीगोपाल नारसन एवं जनपद के अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की सफलता हेतू उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ की प्रधान संपादिका डॉ. अमिता दुबे ने अपनी समीक्षा एवं शुभकामनाएं प्रेषित की । डॉ. अमिता दुबे ने सविता वर्मा के काव्य संग्रह “एक टुकड़ा धूप” में लिखित कविताओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रकाशित काव्य कृति “एक टुकड़ा धूप’ की कविताओं में गुनगुनी धूप की गर्माहट का आभास होता है। विशेष कहन की इन कविताओं में शिल्पगत विविधता प्रभावित करती है। उन्होंने कहा सविता वर्मा सामाजिक विसंगतियों के साथ अपनी अनुभूति को सम्पृक्त करते हुए शब्दों को संयोजित करती हैं और कविता को सहजता से रच लेती हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत गीता ठाकुर ने सरस्वती वंदना पढ़कर किया। कार्यक्रम संचालन राकेश दुलारा, सचिव मनु श्वेता ‘मनु’ ने किया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. बी के मिश्रा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में साहित्य सृजन एक अत्यंत जीवटता का कार्य है और ये जीवटता डॉ. सविता वर्मां ‘ग़ज़ल’ में कुट-कुट कर भरी है। “एक टुकड़ा धूप” बेहद पठनीय काव्य ग्रंथ है। सविता वर्मा ने सरलता व जीवन की विषमता को प्रतीकात्मक काव्य रचनाओं में तब्दीलकर पुस्तक को पठनीय बना दिया है।
मुख्य अतिथि यशपाल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि काव्य संग्रह एक टुकड़ा धूप बेहद पठनीय काव्य ग्रंथ है।
मुख्य वक्ता के रूप में पधारे डाॅ. श्रीगोपाल नारसन ने एक टुकड़ा धूप काव्य संग्रह को एक कालजयी कृति बताते हुए सविता वर्मा की भूरि-भूरि प्रशंसा की ।
पुस्तक समीक्षा सुनीता सोलंकी ‘मीना’, सपना अग्रवाल, उपाध्यक्ष पुष्पा रानी व ने काव्यपाठ निधि शर्मा ने किया। इस अवसर पर सहारनपुर से युवा कवि विजय त्यागी को “शब्द संसार साहित्य सम्मान-2024” से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जनपद के साहित्यकार नेमपाल प्रजापति, जे वी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य वी एस वर्मा, इन्जीनियर्स क्लब के सचिव इं. बसन्त कुमार गोयल, परमेंद्र सिंह, रोहित कौशिक रेखा वर्मा, इंदु त्यागी, पूजा द्विवेदी आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। अंत में श्रीकृष्ण गोपाल वर्मा एवं शिवम वर्मा ने सभी अतिथियों एवं समस्त मीडिया का आभार व्यक्त किया।