
देहरादून: विदेश में गाड़ी चलाने का शौक पूरा करना है तो इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है।
दून के युवाओं में इसे लेकर खूब क्रेज है, यही वजह है कि पिछले सात साल में तीन हजार से अधिक लोग देहरादून आरटीओ से इंटरनेशनल डीएल बनवा चुके हैं। साल दर साल इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है, 150 से अधिक आवेदन अभी भी जांच प्रक्रिया के तहत लंबित हैं। इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस भारतीय सड़क परिवहन प्राधिकरण जारी करता है। आरटीओ कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन और ऑफलाइन बनवा सकते हैं। कई देशों में गाड़ी चलाने के लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है।
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए भारत का नागरिक होने के साथ ही स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है। डीएल के लिए आप नजदीकी आरटीओ ऑफिस में आवेदन करने के साथ ही parivahan.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के वक्त आपको उस देश का उल्लेख करना होगा, जहां आप जा रहे हैं। इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए फॉर्म 4ए भरना होगा।
सभी डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी के साथ फॉर्म को अपलोड कर डीएल बनवाया जा सकता है। इसके लिए एक हजार रुपये की फीस निर्धारित है। लाइसेंस एक साल के लिए वैलिड होता है, समय सीमा समाप्त होने पर संबंधित दूतावास के माध्यम से दोबारा आवेदन किया जा सकता है। परिवहन विभाग ऑनलाइन आवेदन को स्वीकार कर लाइसेंस को संबंधित पते पर भेज देता है। इंटरनेशनल डीएल के लिए कई डॉक्यूमेंट्स चाहिए। जिसमें वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी, जहां की यात्रा पर जा रहे हों वहां का पासपोर्ट और वीजा की कॉपी, अंतरराष्ट्रीय यात्रा के टिकट की कॉपी, आय प्रमाणपत्र व निवास प्रमाणपत्र की कॉपी शामिल है। इसके अलावा आधार कार्ड, हेल्थ फिटनेस प्रमाणपत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, निवास प्रमाण पत्र, आयु-प्रमाण पत्र की कॉपी भी उपलब्ध करानी होगी। इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस को इंटरनेशनल ट्रैफिक कंट्रोल एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी बनवाया जा सकता है, लेकिन यहां इसके लिए 34 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 2,831 रुपये देने होंगे, जबकि दून के आरटीओ कार्यालय से इसे महज एक हजार रुपये में बनवाया जा सकता है।