
नई दिल्लीः संसद सुरक्षा चूक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद से एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में बीते गुरुवार की रात को कर्तव्य थाने में सरेंडर करने वाला मुख्य आरोपी ललित झा ने पुलिस की पूछताछ में नई जानकारी दी है। ललित ने पुलिस को बताया कि लोकसभा में घुसपैठ करने के लिए अगर उनका मेन प्लान फेल हो जाता तो उनके पास प्लान बी भी था। झा ने बताया कि अगर, किसी कारण से, प्लान ए के तहत नीलम और अमोल को संसद भवन के पास पहुंचना था, अगर वो इसमें फेल होते तो महेश और कैलाश दूसरी तरफ से संसद के पास पहुंचते और फिर मीडिया के सामने स्मोक क्रैकर्स का इस्तेमाल करते हुए नारेबाजी करते।
चूंकि महेश और कैलाश गुरुग्राम में विशाल शर्मा उर्फ विक्की के घर तक नहीं पहुंच सके, जहां पूरा ग्रुप रह रहा था. इसलिए अमोल और नीलम को किसी भी कीमत पर संसद के बाहर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया था। 2001 के संसद आतंकी हमले की बरसी पर बुधवार को एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन में, सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गए, कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए, लेकिन बाद में उन्हें सांसदों और सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया. लगभग उसी समय, अमोल और नीलम ने चिल्लाते हुए स्मोक क्रैकर्स का इस्तेमाल करते हुए संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
आरोपियों के पूरे ग्रुप ने प्लान ए को सफल बना दिया। ललित ने वारदात के बाद छिपने की योजना भी बनाई थी। इस योजना के अनुसार, महेश को ललित को राजस्थान में छिपने में मदद करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक महेश ने अपने पहचान पत्र का उपयोग करके ललित के लिए गेस्ट हाउस में आवास की व्यवस्था की और ललित, महेश और कैलाश लगातार टीवी पर उल्लंघन के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे थे।
हालांकि ललित और महेश गुरुवार रात कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया। अब तक इस मामले में 9 लोग पकड़े जा चुके हैं। पकड़े गए लोगों में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद, विक्की और विक्की की पत्नी, महेश, कैलाश, ललित झा और अमोल शर्मा शामिल हैं।
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महंगाई और बेरोज़गारी कि मुद्दा उठाना चाहते थे आरोपी
इस पूरे मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने गुरुग्राम के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं, जहां ये लोग विक्की के घर गए थे। अब तक कि पूछताछ में आरोपियों ने कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। आरोपी अभी भी लगातार पुलिस को यही बता रहे हैं कि उनके पीछे और कोई नहीं है। ये लोग महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा में सरकार की चुप्पी जैसे मुद्दों को उठाना चाहते थे। लेकिन इस बात को लेकर सभी आरोपी कुछ साफ नहीं बता पाए कि बेरोजगारी का मुद्दा उठाने वाला सागर केवल 12वीं तक पढ़ा है, जबकि मनोरंजन ने एक नौकरी छोड़ी थी और महंगाई का मुद्दा उठाने के लिए ये लोग पूरे एक साल तक तैयारी कर रहे थे।(साभार न्यूज18)