
देहरादून: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में ठंड का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है। कड़ाके की ठंड के चलते बुधवार को बड़ी संख्या में संत, महात्मा और श्रद्धालु बीमार पड़ गए। अकेले महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में इमरजेंसी के 132 मामले पहुंचे।
वहीं , अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के सोमेश्वर क्षेत्र के प्राचीन कालिका मंदिर सर्प के संत उमेश पुरी महाराज ने 49 वर्ष की उम्र में प्राण त्याग दिए। वह पिछले डेढ़ महीने से प्रयागराज कुंभ में भाग लेने गए थे। कुंभ स्नान के बाद वापसी में उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। तथा उन्होंने बरेली के समीप देह त्याग दिया। जहां से उनके साथी स्वामी बाल गोपालानंद आदि उनके पार्थिव शरीर को लेकर कालिका मंदिर सर्प पहुंचे। जहां उनके सैकड़ों अनुयाइयों ने अंतिम दर्शन किए। गुरुवार को मंदिर परिसर में संत परंपरा के अनुरूप उनकी समाधि दी गई। उमेश पुरी महाराज पिछले 23 वर्षों से सर्प के कालिका मंदिर में थे। जहां उन्होंने भव्य मंदिर का निर्माण और अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए। तथा पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ समाज तथा नशा मुक्ति के समर्थक थे। उनके ब्रह्मलीन होने पर आयोजित अंतिम दर्शन कार्यक्रम में संत समाज के बाल गोपालानंद महाराज, गुरुभाई अशोक पुरी महाराज, बसपति महाराज, शंकर पुरी, ओम पुरी, मदन गिरी, अमर गिरी के अलावा विधायक प्रतिनिधि भुवन जोशी, डॉ देवेंद्र जोशी, पूर्व ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र कैड़ा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
वहीं, 14 जनवरी को शरद पवार की पार्टी के नेता की मौत हो गई थी। उन्हें उनके दोस्त सुबह 8:30 बजे उप केंद्रीय अस्पताल झूंसी ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा कोटा राजस्थान के एक अन्य व्यक्ति सुदर्शन सिंह पंवार की भी मौत हो गई। सुदर्शन सिंह भी अपने दोस्तों के साथ महाकुंभ में स्नान के लिए आए थे। स्नान के बाद तबीयत बिगड़ने पर मित्र उन्हें उप केंद्रीय अस्पताल झूंसी ले गए थे। कार्डियक अरेस्ट होने की वजह से मौत की आशंका जताई जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत की सही वजह का खुलासा हो सकेगा। 85 साल के अर्जुन गिरी को भी हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल ले जाया जा रहा था, उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।