हरिद्वार में जुटेंगे देश-विदेश के सैकड़ों साहित्यकार
अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले होगा कार्यक्रम, 4-5 दिसम्बर 2024 को हरिद्वार में होगा शिवायन

देहरादून: अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय के बैनर तले 4-5 दिसम्बर को हरिद्वार में शिवायन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश के सैकड़ों साहित्यकार और कलाकार भाग लेंगे। हरिद्वार के निष्काम ट्रस्ट आश्रम में प्रस्तावित दो दिवसीय *शिवायन महोत्सव* में भगवान शिव पर आधारित *शिवायन* ग्रँथ के साथ ही करीब एक दर्जन पुस्तकों का विमोचन, विराट कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह और तीर्थाटन होगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वयं बाबा भोलेनाथ होंगे। इसके अलावा उत्तराखंड के कईं प्रतिष्ठित साधु संत, साहित्यकार, कलाकार और गणमान्य लोग उपस्थित होंगे। शुक्रवार को दून क्लब में आयोजित बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई।
डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र ने बताया कि राष्ट्रवाद, भारतीय साहित्य, सभ्यता और संस्कृति के उत्थान में साहित्योदय का यह एक नया अध्याय है। शिव की नगरी में शिवायन महोत्सव का आयोजन अभूतपूर्व होगा।
पंकज प्रियम ने बताया कि साहित्योदय अपनी स्थापना का सप्तम वर्ष मना रहा और पिछले 7 वर्षों में हजारों रचनाकारों को वैश्विक मंच प्रदान किया है। साहित्य की सेवा हमारा मूल उद्देश्य है और भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण रखने हेतु कृतसंकल्प हैं।
हमारे वेद, पुराण और प्राचीन ग्रन्थों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु सहज-सरल हिंदी काव्य में सृजन करने का कार्य किया जा रहा है जिसके निमित्त जन रामायण, कृष्णायन और अब शिवायन की रचना की गई है। शिवायन में दुनियाभर के डेढ़ सौ से अधिक रचनाकार शामिल हैं।
जन रामायण और कृष्णायन की भाँति यह भी विश्व का सबसे अनूठा ग्रँथ बन रहा है। शिवायन के अलावा गङ्गा, सत्य साधना, लफ्ज़ मुसाफ़िर, महक माटी के अलावा कई अन्य पुस्तकों का विमोचन होगा। बैठक में मुख्य संरक्षक सह आयोजन अध्यक्ष डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र, संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम, अनिल अग्रवाल डॉ इंदु अग्रवाल, शोभा पाराशर, सुनील पराशर, अर्चना झा, सुशील झा, अनिता सोनी, निशा अतुल्य, दर्द गढ़वाली आदि उपस्थित थे। गोष्ठी में आयोजन की रुपरेखा तैयार कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।