यूपीजेईए ने किया भवन का घेराव
सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची में हाई कोर्ट के आदेश की अवमानना किए जाने का विरोध

देहरादून: यूपीजेईए के सदस्यों द्वारा भारी संख्या में सहायक अभियंताओ की चयन वर्ष 2008-09 की ज्येष्ठता सूची में वर्ष 2010 के सीधी भर्ती के सहायक अभियंताओं को नियम विरुद्ध शामिल किए जाने पर अवर अभियंता संवर्ग के सदस्यों का विरोध प्रदर्शन ऊर्जा भवन मुख्यालय में जारी है। निगम प्रबंधन द्वारा उच्च न्यायालय द्वारा दिए निर्देश कि सहायक अभियंताओं की नियुक्ति के दिनांक से रोटा कोटा लागू करते हुए ज्येष्ठता सूची जारी की जाए के आदेश के विपरीत सीधी भर्ती के सहायक अभियंताओं को नियुक्ति से पूर्व विज्ञापन जारी किए जाने से रोटा कोटा लागू करते हुए उनकी नियुक्ति से एक वर्ष पूर्व की ज्येष्ठता दी गई है, यह पूर्णतः हाई कोर्ट के आदेश की अवमानना हैं। एसोसिएशन को यह कतई स्वीकार्य नहीं है।
केन्द्रीय अध्यक्ष रविन्द्र सैनी ने कहा कि निगम द्वारा अपनी कमी को छिपाने के लिए ये प्रचारित किया जा रहा है कि उनके द्वारा उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट पर ही ज्येष्ठता सूची निर्गत की गई है जबकि कमेटी को नियम उपलब्ध करने की जिम्मेदारी निगम प्रबंधन की थी। निगम प्रबंधन ने कमेटी के समक्ष अभियंता सेवा नियमावली के संशोधन प्रस्तुत नहीं किए जिसमें अभियंता सेवा नियमावली 1970 के प्रस्तर 19 ज्येष्ठता को ज्येष्ठता नियमावली 1998 से प्रतिस्थापित कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के वर्ष 2012 में जारी जिस आदेश को इस ज्येष्ठता सूची का आधार बताया जा रहा है उस आदेश का उपकाली से कोई संबंध नहीं है। पूर्व में उच्च न्यायालय में भी सीधी भर्ती के सहायक अभियंताओं द्वारा इस तथ्य को प्रस्तुत किया था जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा अपने निर्णय दिनांक 27.06.2025 के प्रस्तर 13 में स्पष्ट किया है कि उपाकालि में उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के नियम केवल 31.03.2001 तक ही यथावत लागू है उसके बाद के नियम सीधे तौर पर लागू नहीं किए जा सकते। ऐसे में निगम प्रबंधन द्वारा कमेटी से ये तथ्य भी छुपाया गया कि निगम द्वारा उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के नियम केवल 31.03.2001 तक ही अंगीकार किए गए थे। गलत वरिष्ठता सूची तुरन्त निरस्त करने के लिए यूपीसीएल प्रबंधन को पत्र सौंप दिया गया है।
केन्द्रीय महासचिव नितिन तिवारी ने कहा कि निगम द्वारा उच्च न्यायालय में प्रस्तुत अपनी क्लैरीफिकेशन एप्लिकेशन में भी न्यायालय से यह स्पष्ट करने की प्रार्थना की गयी थी कि सहायक अभियंताओं की ज्येष्ठता रोटा कोटा के अनुसार नियुक्ति की तिथि से की जाएगी अथवा विज्ञापन की तिथि से, इस पर उच्च न्यायालय द्वारा अपने स्पष्टीकरण आदेश दिनांक 14.02.2025 में स्पष्ट किया है कि ज्येष्ठता नियुक्ति के दिनांक से वैधानिक नियमों के अंतर्गत रोटा कोटा करते हुए की जायेगी, निगम द्वारा उपरोक्त तथ्य को भी कमेटी के समक्ष प्रस्तुत न कर न्यायालय के आदेश की मूल भावना को बदलकर आदेश की अवमानना की गयी है। सही भर्ती के सहायक अभियंताओं को उनकी नियुक्ति की तिथि के स्थान पर विज्ञापन जारी होने की तिथि से रोटा कोटा करते हुए पदोन्नत सहायक अभियंताओं के साथ ज्येष्ठता दे दी गई जो कि पदोन्नत सहायक अभियंताओं के प्रति घोर अन्याय है।
निगम प्रबंधन द्वारा गोपनीयता की आड़ में ज्येष्ठता नियमावली 1998 के प्रावधानों को दरकिनार करते हुए अंतिम ज्येष्ठता सूची जारी की गई जबकि नियमावली में स्पष्ट प्रावधान है कि पहले अनन्तिम ज्येष्ठता सूची जारी करते हुए सभी पक्षों को कम से कम 10 दिन का समय आपत्ति दर्ज कराने हेतु दिया जाएगा उसके बाद आपत्तियों का निस्तारण करने के पश्चात ही अंतिम ज्येष्ठता सूची जारी की जायेगी परंतु प्रबंधन द्वारा पदोन्नत सहायक अभियंताओं ज्येष्ठता सूची पर आपत्ति दर्ज कराने का कोई अवसर नहीं दिया गया एवं न ही समिति के समक्ष पक्ष रखने का मौका उपलब्ध कराया है। निगम ने ज्येष्ठता सूची जारी की है एसोसिएशन की मांग है कि उच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 26.06.2024 एवं स्पष्टीकरण आदेश दिनांक 14.02.2025 के अनुसार नियुक्ति की तिथि से रोटा कोटा करते हुए उपकाली में ज्येष्ठता हेतु लागू एकमात्र नियमावली ज्येष्ठता नियमावली 1998 के प्रावधानों के अनुसार संशोधित ज्येष्ठता सूची जारी की जाए।
केद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन रावत ने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश की अवमानना करते हुए जारी की गयी वरिष्ठता सूची निरस्त होने तक ऊर्जा भवन मुख्यालय में घेराव एवं धरना जारी रहेगा साथ ही प्रदेश भर में सदस्य एसोसिएशन के पूर्व नोटिस के तहत वर्क टू रूल का पालन करते हुए आंदोलनरत रहेंगे एवं शाम को 5 बजे से अगले कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे तक विभागीय मोबाइल स्विच ऑफ रहेंगे।
विरोध प्रदर्शन में पवन रावत, आनन्द रावत, राहुल अग्रवाल, संदीप शर्मा, मनोज प्रकाश सिंह रावत, मनोज कंडवाल, रीनू जोशी, सपना, कविता, सोनल, शीतल, आलोक, शशिकांत, राजीव खर्कवाल, निशांत जैन, प्रमोद भंडारी, संजय कुमार, गजेंद्र सिंह चौहान, विमल कुलियाल, अजय कुमार, केशर सिंह चौहान, बारू सिंह चौहान, सुरेंद्र लिगवाल, गुरदीप, संतोष डबराल, राममनोहर शर्मा, आशीष जोशी, अजीव राणा, रामकुमार, नरेंद्र सिंह नेगी, प्रशांत जुयाल, जयपाल चौहान, बृज मोहन सिंह रावत, कंवल सिंह, सचिन सचदेवा आदि मौजूद रहे।