हेली कंपनी आर्यन एविएशन सस्पेंड, दो पायलट के लाइसेंस भी निलंबित

देहरादून: उत्तराखंड गौरीकुंड हेलीकॉप्टर हादसे पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने क्षतिग्रस्त हेलीकॉप्टर की एजेंसी आर्यन एविएशन के हेली संचालन को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही एक अन्य हेली एजेंसी के दो पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं। फिलहाल सुरक्षा कारणों के चलते चारधाम यात्रा में संचालित सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाएं 15 और 16 जून 2025 को निलंबित की गई है।
मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, 15 जून सुबह आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर, जो ‘केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए संचालित हो रहा था, एक दुखद हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में हेलीकॉप्टर सवार 6 श्रद्धालु और पायलट की मौत हो गई। मरने वालों में एक 2 साल की बच्ची भी शामिल है।
जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:10 बजे गुप्तकाशी से उड़ान भरी और 5:18 बजे केदारनाथ हेलीपैड पर लैंड हुआ। इसके बाद केदारनाथ हेलीपैड से 5:19 बजे श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी के लिए रवाना हुआ, लेकिन 5:30 से 5:45 बजे के बीच गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटना का संभावित कारण नियंत्रित उड़ान में भूभाग (जमीन) से टकराव हो सकता है, क्योंकि कम विजिबिलिटी और केदारघाटी में बादल छाए हुए थे। हालांकि, सटीक कारण का पता विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो द्वारा विस्तृत जांच के बाद चलेगा।
उच्च-स्तरीय बैठक और तत्काल कार्रवाई: हादसे की जानकारी मिलते ही सीएम धामी ने तुरंत दोपहर एक बजे एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नागरिक उड्डयन सचिव, डीजीसीए और संबंधित अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में कई कदम उठाए, जिसमें सबसे बड़ा कदम हेली सेवा संचालित एजेंसी आर्यन एविएशन की चारधाम यात्रा के लिए उड़ानें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं।
दो पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड: डीजीसीए को जानकारी मिली कि गौरीकुंड हेलीकॉप्टर हादसे के बाद एम/एस ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलीकॉप्टर समान मौसम में उड़ान भरते पाए गए, जिस पर कार्रवाई करते हुए डीजीसीए ने हेलीकॉप्टर पायलट कैप्टन योगेश ग्रेवाल और पायलट कैप्टन जितेंद्र हरजाई के लाइसेंस 6-6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिए हैं। साथ ही चारधाम यात्रा में सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाएं 15 और 16 जून को सुरक्षा कारणों से निलंबित की गई हैं।
वहीं, यूसीएडीए को सभी ऑपरेटरों और पायलटों के साथ व्यापक समीक्षा करने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा यूसीएडीए एक समर्पित कमांड-एंड-कंट्रोल रूम स्थापित करेगा, जो वास्तविक समय में संचालन की निगरानी करेगा और किसी भी जोखिम संकेत को तुरंत बढ़ाएगा।
डीजीसीए को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि वह केदारनाथ घाटी में सभी हेलीकॉप्टर गतिविधियों की सक्रिय निगरानी के लिए एयरवर्थनेस, सुरक्षा और संचालन अधिकारियों को तैनात करे और यूसीएडीए के कमांड-एंड-कंट्रोल रूम के कार्यों की कड़ाई से समीक्षा करे। बता दें कि इससे पहले 7 जून के घटी बड़ासु हेली क्रैश लैंडिंग पर डीजीसीए ने क्रिस्ट्रेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालन को जांच पूरी होने तक तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।