राज्यपाल ने डॉ. मुकुल शर्मा को किया सम्मानित
उत्तराखंड टाइटन राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया

देहरादून: नशे के खिलाफ युवाओं को जागरूक कर रहे डॉ. मुकुल शर्मा को एक बार फिर सामाजिक कार्यों के लिए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड टाइटन राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
डॉ. शर्मा पिछले लगभग 20 सालों से लगातार समाज के प्रति अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। उनका मानना है कि शरीर के साथ-साथ मस्तिष्क का स्वस्थ होना भी जरूरी है। इसके कारण उन्होंने उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में अपनी सेवाएं दी हैं। पिछले साल 2024 में डॉ. शर्मा उनकी टीम ने लगातार स्कूल कॉलेज कॉरपोरेट नशा मुक्ति केंद्र तथा लोकल बसों में जा जाकर युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी और अंत में उनको अपना अभियान “ना नाश करेंगे ना नशा करने देंगे ‘ के बारे में अवगत कराया और शपथ दिलाई कि वह जीवन में कभी भी नशा नहीं करेंगे। अब तक शर्मा एक लाख युवाओं को यह शपथ दिला चुके हैं कि वह इस अभियान जिसका नाम “ना नशा करेंगे ना करने देंगे” से जुड़े और अपने स्वयं के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित करें कि वह नशे से दूर है और राष्ट्र और राज्य के निर्माण में भागीदारी दें।
डॉ. मुकुल शर्मा को पहले ही भारत के राष्ट्रपति द्वारा सम्मान प्राप्त है और डॉ. शर्मा के पास राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय तमाम सामाजिक कार्यों के लिए पुरस्कार मिलते रहे हैं। डॉ. शर्मा की संस्था संख्य योग फाऊंडेशन तथा इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइकोमेट्रिक काउंसलिंग भारत के माध्यम से अपने युवाओं को नशा छोड़ने की प्रेरणा के लिए एक सफल फिल्म का निर्माण किया है, जिस फिल्म का नाम ,”रीटेक’है जो जल्दी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को मोटिवेट करेगी।