मुख्य सचिव राधा रतूड़ी एवं अनिल रतूड़ी ने किया उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड ऐडवांस स्टडीज़ का उदघाटन
कहा शिक्षा ही है समाज को सुदृढ़ करने की एकमात्र कड़ी, फाउन्डर एंड डायरेक्टर डॉ. कंचन नेगी को दिया आशीर्वाद

देहरादून : उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी एवं पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने मंगलवार को के.के. टावर स्थित, उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड ऐडवांस स्टडीज़ का उदघाटन किया। एडमिन हेड डॉ के.एस नेगी ने मुख्य अतिथि राधा रतूड़ी एवं अनिल रतूड़ी का स्वागत करते हुए किया।
उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड ऐडवांस स्टडीज़ की फाउन्डर एंड डायरेक्टर डॉ. कंचन नेगी ने पुनः उनका स्वागत किया और अपने कॉलेज के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ये कोलेज टूरिज्म, पत्रकारिता और होटल मैनजमेंट का एक ऐसा एकमात्र संस्थान है जो कि बच्चों के सर्वांगीण कौशल एवं विकास पर केन्द्रित है और बच्चों का पढ़ाई के तुरंत बाद प्लेसमेंट की गारंटी देता है।
डॉ कंचन को उनेक जन्मदिन के शुभ अवसर पर इस उद्घाटन के लिए बधाई देते हुए, मुख्य अतिथि, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा, “जीवन के उत्थान में परिश्रम का महत्वपूर्ण स्थान है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए, ऊँचा उठने के लिए, सुयश प्राप्त करने के लिए श्रम ही आधर है। श्रम से कठिन कार्य सम्पन्न किए जा सकते हैं। जो श्रम करता है, उसका भाग्य भी उसका साथ देता है। श्रम के सोपनों का अवलम्ब लेकर मनुष्य अपनी मंजिल पर पहुंच जाता है और कंचन की मेहनत आज रंग लाई है और उसके साथ – साथ कंचन के माता –– पिता डॉ के. एस नेगी और सुशीला नेगी को भी हार्दिक शुभकामनाएं जिन्होंने कभी बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं समझा और बेटी को सक्षम और सशक्त बनाया. इस कोलेज को मै तहे दिल से ऊंचे शिखर तक पहुँचने की ढेर सारी शुभकमनाएं देती हूँ.”
वहीं अनिल रतूड़ी ने कहा, ये अत्यंत गौरव का दिन है कि डॉ. कंचन के जन्मदिन के शुभ अवसर पर उनके उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड ऐडवांस स्टडीज़ का उदघाटन समारोह आयोजित किया गया है. परिश्रम ही मानव जीवन का सच्चा सौंदर्य है, क्योंकि परिश्रम के द्वारा ही मनुष्य अपने को पूर्ण बना सकता है। परिश्रम ही उसके जीवन में उत्कर्ष और महानता लाने वाला है और ये ही ईश्वर की सच्ची उपासना है। उत्तराखंड हेरिटेज स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड ऐडवांस स्टडीज़, निश्चित ह़ी बच्चों के भविष्य को एक बेहतरीन स्वरुप देगा शिक्षा मानव समाज के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल ज्ञानार्जन का साधन है, बल्कि यह समाज के न्याय, समानता, और विश्वसम्मतता को प्राप्त करने का माध्यम भी है। शिक्षित लोग समाज में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और सामरिकता, संप्रेम, और सद्भाव की स्थापना करते हैं। शिक्षा, व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है, उसे सही नीतियों, मूल्यों, और संस्कृति का ज्ञान प्रदान करती है। शिक्षा उन गुणों का विकास करती है जो एक व्यक्ति को समाज में सफल बनाते हैं, जैसे कि बुद्धिमत्ता, सहजता, विचारशीलता, संघटनशीलता, और संगठन क्षमता और मैं पुन: डॉ कंचन नेगी को इस उपलब्धि पर ढेरों शुभकामनाएं देता हूँ”