मुख्यमंत्री ने वनाग्नि से निपटने को केंद्र से 404 करोड़ मांगे
- धामी ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से की भेंट, 120 एमवी की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जलविद्युत परियोजना निर्माण के लिए मांगी पर्यावरण स्वीकृति

देहरादून/नई दिल्ली: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से भेंट कर राज्य हित में गौरीगंगा नदी पर प्रस्तावित 120 एमवी की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जलविद्युत परियोजना निर्माण के लिए पर्यावरण स्वीकृति एवं वन भूमि हस्तांतरण को स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।
धामी ने केंद्रीय मंत्री से त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोप वे निर्माण के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की आगामी बैठक में स्वीकृति प्रदान करने और चौरासी कुटिया (बीटल्स आश्रम) के पुनरुद्धार हेतु भी केंद्र सरकार से सहयोग का भी अनुरोध किया।
इसके अलावा, प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए कैम्पा (क्षतिपूरक वनीकरण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण) योजना के अंतर्गत 404 करोड़ रुपये की विशेष सहायता की भी मांग की।
धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उनकी सरकार इकोलॉजी और इकोनॉमी के समन्वय के साथ कार्य कर रही है। उक्त परियोजनाओं के निर्माण से प्रदेश की आधारभूत संरचनाएं सुदृढ़ होगी। साथ ही आमजन को भी राहत मिलेगी। सभी परियोजनाओं पर सकारात्मक आश्वासन देने के लिए धामी ने केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।