
उत्तरकाशी: करीब 16 दिन से सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम ने मैनुअल ड्रिलिंग शुरू कर दी है। करीब 80 मीटर तक मैनुअल ड्रिलिंग का कार्य किया जा चुका है।
सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पाइप में फंसे ऑगर मशीन की ब्लेड एवं साफ्ट को काटने का कार्य पूरा कर लिया गया है। ऑगर मशीन के हेड को निकालने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। पूर्व में 1.9 मीटर पाइप काटा गया था। अब मैन्युअली काम करते हुए पाइप को 0.9 मीटर आगे पुश भी किया गया है।
रैट माइनर्स ने की डेढ़ मीटर की खुदाई
मैनुअल कटिंग के लिए मोर्चे पर रैट माइनर्स जुटे हुए हैं, सुरंग के नौ से 12 मीटर को मैनुअल तरीके से कटिंग के लिए रैट माइनर्स की टीम जुटी हुई है। रैट माइनर्स ने लगभग डेढ़ मीटर सुरंग खोद ली है। इस दिशा से अब तक 49.5 मीटर सुरंग तैयार हो गई है। रैट माइनर्स जैसे-जैसे सुरंग खोद रहे हैं वैसे-वैसे औगर मशीन से 800 मिमी व्यास के पाइप को भीतर धकेला रहा है।
श्रमिकों के लिए भी करें दुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं, मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं, तो हमें अपनी प्रार्थना में उन श्रमिक भाईयों को भी स्थान देना है, जो बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड की एक टनल में फंसे हुए हैं। सरकार और तमाम एजेंसियां मिलकर उन्हें संकट से बाहर निकालने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही हैं। लेकिन इस राहत और बचाव अभियान को हमें बहुत सतर्कता से ही पूरा करना है।”
ओडिशा के श्रम मंत्री ने की श्रमिकों से बात
ओडिशा के श्रम मंत्री शारदा प्रसाद नायक ने सिलक्यारा टनल में ओडिशा के श्रमिकों से बात की। श्रम मंत्री ने बताया कि घटना के तुरंत बाद ओडिशा सरकार ने दो अधिकारियों को सिलक्यारा भेजा था, जो अभी तक यहीं कैंप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी तीन श्रमिकों के स्वजन को लेकर आए हैं। उनकी तीन श्रमिकों से बातचीत हुई है।भगवान जगन्नाथ की कृपा से सभी सकुशल अपने घर जाएंगे। बता दें कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में ओडिशा के पांच श्रमिक फंसे हुए हैं।