
देहरादून: थाना राजपुर पुलिस ने रेडियोएक्टिव पदार्थ से के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया, रेडियोएक्टिव पदार्थ होने की आशंका जताते हुए विकीर्ण की बात कही। बाद में नरोरा से आई एक टीम ने जांच कर एक डिवाइस में कुछ कैमिकल होने की पुष्टि की, जिसके बाद इसे विस्तृत जांच के लिए भाभा एटॉमिक रिसर्च सेन्टर भेजे जाने का फैसला किया गया।
राजपुर पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि ब्रुक एण्ड वुडस सोसाइटी में स्थित श्वेताभ सुमन के फ्लैट, जिसे उनके द्वारा कुछ लोगों को किराये पर दिया गया है, उक्त फ्लैट में कुछ संदिग्ध व्यक्ति आये हैं जो अपने साथ सम्भवत: कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ व अन्य सामग्री लेकर आये हैं, जिनके द्वारा उक्त डिवाइस की खरीद फरोख्त की बात की जा रही है।
सूचना पर थाना राजपुर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। मौके पर पुलिस टीम को उक्त मकान में 05 व्यक्ति मौजूद मिले, जिनके पास से मौके से एक डिवाइस मिला, जिस पर निर्माता का नाम बीएआरसी/बीआरआईटी, वासी कांप्लेक्स, सेक्टर 200 वाशी, नवी मुंबई लिखा था। पुलिस के अनुसार एक काले रंग का बाक्स मिला, जिसमें उक्त व्यक्तियों द्वारा रेडिया एक्टिव पावर आर्टिकल होना तथा उसे खोलने पर रेडिएशन का खतरा होने की बात बताई गई।
मौके से पकड़े गए लोगों के नाम सुमित पाठक पुत्र देवेन्द्र पाठक निवासी: बी-8 विजयनगर आगरा हाल फ्लैट नं0: 202 आधार अपार्टमेंट नगला बघेल दयाल बाग न्यू आगरा उत्तर प्रदेश, तबरेज आलम पुत्र रिजवान निवासी: रिढी ताजपुर थाना बेहट जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश, सरवर हुसैन पुत्र साबिर अहमद निवासी: 153 मोहन गार्डन उत्तम नगर थाना रनौला नई दिल्ली, जैद अली पुत्र उबैद अली निवासी: बडोवाली मस्जिद थाना जहांगीराबाद भोपाल मध्य प्रदेश तथा अभिषेक जैन पुत्र मयंक जैन निवासी: बी – 607 टॉप रेजिडेन्सी नियर मित्तल कालेज थाना करोल भोपाल बताए गए हैं।
पूछताछ में अभियुक्त तबरेज आलम द्वारा उक्त डिवाइस को 10 से 11 महीने पूर्व सहारनपुर निवासी अपने परिचित राशिद उर्फ समीर से खरीदने की बात बताई गई तथा आज आगरा निवासी सुमित पाठक से उक्त डिवाइस की खरीद फरोख्त की बात करने देहरादून आने की बात बताई गयी। अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली तथा फरीदाबाद के कुछ अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आये हैं, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
पुलिस ने बताया मौके पर पुलिस टीम द्वारा रेडिएशन फैलने की सम्भावना के दृष्टिगत उक्त उपकरणों वाले कमरे को सील करते हुए मौके पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, जिनके द्वारा अपने पास मौजूद टेलीटेक्टर, एल्पाइन मानिटर और मिनी रेड बीटा इंटरनल उपकरणों से उक्त डिवाइस की जांच करने पर उसमें रेडियो एक्टिव तत्व होने की सम्भावना जताई गई।
पुलिस के मुताबिक तत्काल अन्य सम्बन्धित एजेन्सियों से समन्वय स्थापित कर उन्हें इसकी सूचना दी गई। उक्त डिवाइस के सम्बन्ध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि इस प्रकार की डिवाइसों का निर्माण मुबई स्थित भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर में किया जाता है, जो मेडिकल फील्ड तथा बड़ी-बड़ी पाइप लाइनों में लीकेज चैक करने के काम आती हैं। इस पर मेल के माध्यम से भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर को उक्त डिवाइस के सम्बन्ध में जानकारी दी गई, जिस पर नरोरा बुलंदशहर से नरोरा एटोमिक पावर स्टेशन से की रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची, जिनके द्वारा लगभग चार घंटे तक उक्त डिवाइस का परीक्षण किया गया तथा परीक्षण के उपरान्त टीम द्वारा प्रथम दृष्टया उक्त डिवाइस में रेडियो एक्टिव पदार्थ न होने परन्तु उसमें कुछ अन्य कैमिकल मौजूद होने पर उक्त डिवाइस को परीक्षण हेतु भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर में भेजे जाने की बात बताई गयी, जिसके सम्बन्ध में रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त की जा रही है। पांचों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।