विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियां शुरू
भराड़ीसैंण में अगस्त के पहले हफ्ते में हो सकता है आयोजन, धामी कैबिनेट की बैठक में तय की जाएगी सत्र की तारीख

देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। मंगलवार को उत्तराखंड के संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र अग्रवाल ने इस संबंध में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार का मानसून सत्र आयोजित होना है, जिस पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में मानसून सत्र आयोजित नहीं हुआ है, लिहाजा इस बार विचार किया जा रहा है कि आगामी मानसून सत्र अगस्त माह के पहले सप्ताह से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र को लेकर उनके द्वारा मुख्यमंत्री से चर्चा की जा रही है और तारीख कि कैबिनेट में फैसला लिया जाएगा और उम्मीद है कि यह विधानसभा सत्र पांच अगस्त से गैरसैंण में आयोजित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के गठन की मांग गढ़वाल और कुमाऊं के केंद्र बिंदु गैरसैंण को राजधानी के रूप में रख कर की गई थी। वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद से लेकर अब तक उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून से संचालित की जा रही है तोवहीं भाजपा की पिछली सरकार में बतौर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक कदम आगे बढ़ते हुए गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था हालांकि गैरसैंण में अवस्थापना विकास को लेकर के पूर्व की कांग्रेस सरकारों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है और लगातार गैरसैंण सियासत के केंद्र में रहा है। लेकिन काफी लंबे समय से गैरसैंण में ना तो कोई विधानसभा सत्र हुआ है और ना ही गैरसैंण को लेकर कोई ज्यादा चर्चा हुई है। पिछली बार जब गैरसैंण में विधानसभा सत्र होने जा रहा था तो विधायकों ने ठंड का बहाना बताकर विधानसभा सत्र को देहरादून में आयोजित करने की मांग उठाई, जिसकी वजह से गैरसैंण में सत्र को टाल दिया गया और उसे देहरादून में किया गया। अब एक बार फिर से मानसून सत्र को गैरसैंण में आयोजित किए जाने की बात की जा रही है।