
ऋषिकेश : एम्स द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एमडी की परीक्षा में देहरादून में बैठकर हिमाचल के कांगड़ा में स्थित एक परीक्षा केंद्र में बैठे परीक्षार्थियों को नकल करवाने वाले 5 अभियुक्तों को ऋषिकेश पुलिस व एसओजी देहात की टीम द्वारा रविवार को बैराज रोड से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त अपनी गाड़ी में बैठकर परीक्षा केंद्र में बैठे नकलची परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन व टैब के माध्यम से सवालों के जवाब बताये जा रहे थे। पकड़े गए 5 अभियुक्तो में दो अभियुक्त एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर भी है। अभियुक्तो द्वारा नकल करवाने के लिए परीक्षार्थियों से 50 लाख रूपये लिए गए थे,जिनमे से एम्स के डॉक्टरों द्वारा 2-2 लाख रुपये लिए गए थे।
पुलिस कप्तान अजय सिंह को एक गोपनीय सूत्र द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एम्स की एमडी परीक्षा में नकल माफियो के सक्रिय होने व उक्त नकल माफियाओं का देहरादून में बैठकर अन्य राज्यो में आयोजित हो रही परीक्षा में सम्मिलित परीक्षार्थियों को नकल करवाये जाने की जानकारी प्राप्त हुई,जिसपर पुलिस कप्तान द्वारा तुरंत सीओ ऋषिकेश के नेतृत्व में ऋषिकेश पुलिस व एसओजी ग्रामीण की एक टीम गठित करते हुए मामले में कार्यवाही करने को कहा। उक्त टीम द्वारा सूचना पर कार्यवाही करते हुए कल रविवार को बैराज रोड से एक टाटा सफारी संख्या
डीएल3सी डब्लू5412 में बैठे 5 व्यक्तियों अजीत(44) पुत्र स्वर्गीय सतवीर सिंह निवासी- मकान नंबर 540 सेक्टर 8 थाना जींद जिला जींद हरियाणा,अमन शिवाच(24) पुत्र अर्जुन निवासी गली नंबर 18/10 विकास कॉलोनी रोहतक हरियाणा, वैभव कश्यप(23) पुत्र संजीव कश्यप निवासी 260 अंबिका एनक्लेव सनौर पटियाला पंजाब,विजुल गौरा(31) पुत्र गोविंद लाल निवासी 2/5 पटेल नगर जिला हिसार हरियाणा, जयंत(22) पुत्र प्रकाश निवासी मकान नंबर 423 डिफेंस कॉलोनी जिला हिसार हरियाणा
को हिमाचल के कांगड़ा में स्थित एक परीक्षा केंद्र में बैठे नकलची परीक्षार्थियों को मोबाइल फ़ोन व टैब के माध्यम से साल्व्ड जवाब उपलब्ध करवाते हुए गिरफ्तार किया। पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तो में 2 अभियुक्त एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर है। अभियुक्तो के खिलाफ कोतवाली ऋषिकेश में धारा 420, 468, 120(बी) आईपीसी में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त अजीत द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा आज सुबह 9 बजे से 12 बजे तक आयोजित एम्स की एम0डी0 परीक्षा (इंस्टीट्यूट आफ नेशनल इंर्पाेटेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट जुलाई 2024) में हिमांचल इन्सीटयूट आफ इनजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी, विध्यानगर, नियर गर्वनमेंट डिग्री कॉलेज शाहपुर, जिला कांगडा, हिमांचल प्रदेश में स्थित परीक्षा केन्द्र में परीक्षा दे रहे 03 अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल करायी जा रही थी, परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्र में बैठे परीक्षार्थियों द्वारा उन्हें अपने मोबाइल से प्रश्न पत्रों की फोटो खींचकर टेलीग्राम के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही थी, जिसका उत्तर उनके द्वारा टेलीग्राम पर बनाये गये ग्रुप के माध्यम से परिक्षार्थियो को उपलब्ध कराया जा रहा था।
अभियुक्तों ने बताया कि प्रश्न पत्रों के उत्तर सॉल्वड कराने के लिये उनके द्वारा एम्स अस्पताल के डॉक्टर वैभव जे०आर० व एक अन्य डॉक्टर अमन को हायर किया गया था। डा. अमन अभियुक्त के एक दोस्त की मौसी का लड़का है। अभियुक्त द्वारा प्रत्येक अभ्यर्थी से एम0डी0 की परीक्षा में पास कराने के एवज में 50 लाख रुपए लिये गये थे, जिसमें से उसके द्वारा अपने साथ काम करने वालों को दो से तीन लाख रुपये दिये जाते है तथा प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए एम्स ऋषिकेश से जिन डॉक्टरों को हायर किया गया था उन्हें नकल करवाने के दो-दो लाख रुपये दिए जाने की बात हुई थी।
पूछताछ में अभियुक्त अजीत द्वारा बताया कि उसकी तीन लैब है, जिनके माध्यम से वह अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ मेें भी परीक्षार्थियों को नकल कराने के एवज में मोटी धनराशि लेता है।