बाबा तरसेम की हत्या का एक आरोपी मुठभेड़ में ढेर
भगवानपुर क्षेत्र में सोमवार देर रात हुई मुठभेड़

भगवानपुर: उत्तराखंड के उधम नगर सिंह के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के एक आरोपी को एनकाउंटर में मारा गिराया गया है. देर रात उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस के साथ चली मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई. जबकि, दूसरा आरोपी वहां से भागने में कामयाब रहा, जिसकी तलाश की जा रही है.
तरसेम सिंह पंजाब और तराई में सिखों के सिरमौर माने जाते थे. उनकी हत्या की जिम्मेदारी तरन तारन के गांव मियाविंड के रहने वाले सरबजीत सिंह ने ली थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले अमरजीत सिंह को उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने भगवनपुर एरिया में एनकाउंटर में मार गिराया. अमरजीत सिंह का दूसरा साथी फरार है, जिसकी तलाश में एसटीएफ और पुलिस जुटी हुई है।
इससे पहले रविवार को उधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने दोनों फरार मुख्य आरोपियों (शूटरों) अमरजीत सिंह और सरबजीत सिंह पर इनाम की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी थी। वहीं, बाबा तरसेम सिंह की हत्या का षड्यंत्र रचने में शामिल तीन और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें एक यूपी और दो उत्तराखंड के बाजपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। बाजपुर के आरोपियों ने शॉर्प शूटरों को राइफल उपलब्ध कराई थी।
रविवार को नानकमत्ता पुलिस थाने में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने पत्रकारों को बताया कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या के षड्यंत्र में तुलापुर, बिलसंडा, पीलीभीत निवासी परगट सिंह को शनिवार देर रात मेलाघाट रोड, झनकईया, खटीमा से गिरफ्तार किया गया। केशोवाला मोड, बाजपुर निवासी जसपाल सिंह भट्टी को जेल रोड, रामपुर, यूपी से और बन्नाखेड़ा बाजपुर निवासी सुखदेव सिंह गिल उर्फ सोनू गिल को रविवार को बाजपुर क्षेत्र से पकड़ा गया।