उद्गार श्री सम्मान से नवाजे गए वरिष्ठ कवि डॉ. सहस्रबुद्धे
- देहरादून के साहित्यिक एवं सामाजिक मंच उद्गार की ओर से किया गया आयोजन, प्रसिद्ध कवि बुद्धिनाथ मिश्र के मुख्य आतिथ्य और असीम शुक्ल की अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम

देहरादून: देहरादून के साहित्यिक एवं सामाजिक मंच उद्गार की ओर से मंगलवार को नागपुर निवासी सुप्रसिद्ध कवि डॉ. रामकृष्ण विनायक सहस्रबुद्धे को संस्था के अध्यक्ष शिवमोहन सिंह के आवास पर आयोजित समारोह में उद्गार श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि और प्रसिद्ध कवि बुद्धिनाथ मिश्र एवं नवगीत के पुरोधा असीम शुक्ल और संस्कृत के विद्वान डॉ. रामविनय सिंह, शिव मोहन सिंह ने डॉ. सहस्रबुद्धे को सम्मानित किया।
युगधारा फाउंडेशन लखनऊ की मासिक साहित्यिक पत्रिका युगधारा के प्रधान संपादक डॉ. सहस्रबुद्धे की 20 से ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। स्वभाव से सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी डॉ. सहस्रबुद्धे ने सम्मान के लिए उद्गार की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपनी कुछ ग़ज़लें भी सुनाई।
इस मौके पर काव्य गोष्ठी भी आयोजित की गई, जिसमें बुद्धिनाथ मिश्र ने अपना चर्चित गीत ‘एक बार फिर जाल डाल रे मछेरे’ सुनाकर तालियां बटोरी। नवगीतकार असीम शुक्ल ने चंदन वन और रामविनय सिंह ने भी संस्कृत और हिंदी के गीत सुनाए। इससे पहले नीरू गुप्ता ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की।
इसके अलावा, लखनऊ से आए वरिष्ठ कवि विजय शंकर मिश्र के अलावा मुनिराम सकलानी, सतेंदर शर्मा, कुंदन शर्मा, नरेंद्र दत्त दीक्षित, उषा मिश्र, उषा झा, दर्द गढ़वाली, संजय प्रधान आदि ने अपनी रचनाएं सुनाई। उद्गार के सचिव पवन शर्मा ने कार्यक्रम का प्रभावी संचालन किया।