उत्तराखंडदुर्घटना

यह चमत्कार नहीं तो और क्या है?

-नौ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद चट्टान के नीचे दबे व्यक्ति को सुरक्षित निकाला,लिंचोली के पास रेस्क्यू टीम पहुंची तो चट्टान के नीचे से आई मदद की गुहार 

रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड में भारी बारिश से हुई तबाही के बीच एक चमत्कार देखने को मिला। चट्टान के नीचे दबे एक व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालकर एसडीआरएफ ने उसे नया जीवन दिया। एसडीआरएफ का यह रेस्क्यू लगातार नौ घंटे चला।

दिनांक 31 जुलाई को चौकी लिनचोली से मिली सूचना पर एसडीआरएफ की एक टीम गायब हुए कुछ व्यक्तियों की खोज के लिए छोटी लिनचोली की ओर प्रस्थान किया। जैसे ही टीम ने मौके पर पहुंचकर खोज शुरू की, उसी समय भारी बारिश और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे लोग भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे। टीम ने स्थिति को संभालते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य किया।

रात के अंधेरे में भी टीम ने रेस्क्यू जारी रखा और सुबह 4:30 बजे खोज अभियान को पुनः प्रारंभ किया। जब टीम लिंचोली से दो किलोमीटर पहले पहुंची, तो उन्हें किसी व्यक्ति की मदद की पुकार सुनाई दी। उन्होंने पाया कि एक व्यक्ति थारू कैंप के पास बड़े पत्थरों के नीचे दबा हुआ था, जबकि अन्य व्यक्ति मृत पाए गए।

लगभग 9 घंटों की कठिन और साहसिक कोशिशों के बाद, एसडीआरएफ की टीम ने केदारनाथ और एनडीआरएफ की सहायता से 01 व्यक्ति गिरीश निवासी चमोली को सुरक्षित रूप से बचाया और उसे तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए हेलीकॉप्टर से उच्च चिकित्सा केंद्र भेजा गया।

इसके अलावा, एक मृत व्यक्ति को भी निकालकर चौकी लिनचोली को सौंपा गया। रेस्क्यू टीम में एसआइ प्रेम सिंह, हेड कांस्टेबल प्रेम, आरक्षी दिगंबर, कांस्टेबल रामनरेश, कांस्टेबल धर्मेंद्र गोसाई, होमगार्ड अरुण व अशोक कुमार शामिल थे। एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने सफल रेस्क्यू पर जवानों की पीठ थपथपाई।

 

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