आईसीयू बंद होने पर डीएम का चढ़ा पारा
-ऋषिकेश के उप जिला चिकित्सालय के सीएमओ और डाक्टरों की ली बैठक, 15 दिनों के भीतर आईसीयू शुरू न होने पर दी कार्रवाई की चेतावनी, 24 घंटे ब्लड बैंक यूनिट के संचालन के लिए डीएम ने चार लैब टैक्निशियन व चार लैब सहायक किए तैनात

देहरादून : राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश का आईसीयू बंद होने पर जिलाधिकारी सविन बंसल का पारा चढ़ गया। डीएम ने ऋषिपर्णा सभागार में राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश प्रबन्धन समिति की बैठक लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उप जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों से साफ कहा कि मनमानी या लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने चिकित्सालय में मरीजों की परेशानी को देखते हुए 15 दिन के भीतर आईसीयू शुरू करने के निर्देश दिए। ऐसा न होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में बल्ड बैंक की सैपरेट यूनिट की स्वीकृति देते हुए बल्ड बैंक के 24 घंटे संचालन के लिए पद न होते हुए भी चार लैब टैक्निशियन व चार लैब सहायक का हल निकालते हुए मस्ट्रोल पर कार्मिकों की तैनाती दी स्वीकृति। इसके अतिरक्ति चिकित्सालय को एक एएलएस एम्बुलेंस की सीएसआर मद से तथा रक्तकोष में कम्पोनेटे हेतु मशीनरी एवं उपकरण आदि की स्वीकृति दी।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी एवं सीएमओ को अस्पताल का संयुक्त निरीक्षण करते हुए समुचित व्यवस्था को सुगम बनाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि किसी भी प्रकार के उपकरण की कमी नही होनी चाहिए। चिकित्सालय में जनमानस के लिए सुविधा को बढ़ाएं। इसके लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही सीएमओ को निर्देशित किया कि उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश एवं जिला अस्पताल कोरोनेशन ब्लड डोनर यूनिट के तकनीकि परीक्षण हेतु हल्द्वानी मेडिकल कालेज के बजाय दून अस्पताल से टाईअप करने हेतु अग्रिम कार्यवाही करें।
जिलाधिकारी ने हिदायत दी कि यदि चिकित्सालय संचालन में मनमानी किए जाने की शिकायत मिली तो सम्बन्धित के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने मेें किसी भी प्रकार का गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान जो अव्यवस्थाएं देखने को मिली वह भविष्य में न दिखे, यह ध्यान रखें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रदीप कुमार चंदोला, समिति के अन्य सदस्यों सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।